व्यास परियोजना - Byas Pariyojana

इस पोस्ट में हम व्यास परियोजना - Byas Pariyojana, bayas valley project in Hindi, in map, pdf, trick, list को पडेंगे।

दामोदर घाटी परियोजना टॉपिक आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे- BankSSCRailwayRRBUPSC आदि में सहायक होगा।
आप Bayas Pariyojana in Hindi का PDF भी डाउनलोड कर सकते है।

Byas Pariyojana - ब्यास परियोजना

नदियों की घाटियो पर बडे-बडे बाँध बनाकर ऊर्जा, सिंचाई, पर्यटन स्थलों की सुविधाएं प्राप्त की जातीं हैं। इसीलिए इन्हें बहूद्देशीय नदी घाटी परियोजना कहते हैं। नदी घाटी योजना का प्राथमिक उद्देश्य होता है किसी नदीघाटी के अंतर्गत जल और थल का मानवहितार्थ पूर्ण उपयोग। भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने बहु-उद्देशीय नदी घाटी परियोजनाओं को ‘आधुनिक भारत का मंदिर’ कहा था
व्यास परियोजना

विवरण        व्यास परियोजना राजस्थान, हरियाणा और पंजाब राज्यों की सम्मिलित परियोजना है। यह दो प्रमुख इकाइयों 'व्यास-सतलुज लिंक-1' तथा 'व्यास-सतलुज लिंक-2' से मिलकर बनी है।

निर्माण            1961-71

स्थान          राजस्थान, हरियाणा और पंजाब 

उद्देश्य यह परियोजना रावी, सतलुज और व्यास नदी के जल का उपयोग करने के लिए बनाई गयी है।

अन्य जानकारी निर्माण सन 1961 में शुरू हुआ था तथा यह 1971 में बनकर पूर्ण हुआ।[1]
यहाँ पर 6X60=360 मेगावाट की विद्युत इकाइयाँ लगाई गयी हैं।


व्यास परियोजना - Byas Pariyojana

व्यास परियोजना राजस्थान, हरियाणा और पंजाब राज्यों की सम्मिलित परियोजना है। 
यह दो प्रमुख इकाइयों 'व्यास-सतलुज लिंक-1' तथा 'व्यास-सतलुज लिंक-2' से मिलकर बनी है।
यह परियोजना रावी, सतलुज और व्यास नदी के जल का उपयोग करने के लिए बनाई गयी है।
इसमें भाखड़ा बाँध के ऊपर पनडोह के पास एक बाँध बनाया गया है।
पनडोह बाँध के नीचे व्यास नदी पर पाँग बाँध बनाया गया है, इससे बनने वाले जलाशय को 'महाराणा प्रताप सागर बाँध' कहते हैं। 
यहाँ एक पक्षी अभयारण्य भी बनाया गया है। 
यह बाँध हिमाचल प्रदेश के तिलवाडा ज़िले में है। । निर्माण सन 1961 में शुरू हुआ था तथा यह 1971 में बनकर पूर्ण हुआ।
यहाँ पर 6X60=360 मेगावाट की विद्युत इकाइयाँ लगाई गयी हैं।


महत्वपर्ण तथ्य

डीवीसी भारत सरकार द्वारा शुरू की जानेवाली प्रथम बहूद्देशीय नदी घाटी परियोजना।
कोयला, जल तथा तरल ईंधन तीनों स्त्रोतों से विद्युत उत्पादन करनेवाला भारत सरकार का प्रथम संगठन।
मैथन में भारत का प्रथम भूमिगत पनविद्युत केन्द्र।
विगत शताब्दी के पचावें दशक में बोकारो ंकएंक ताविके राष्ट्र का बृहत् तापीय विद्युत सयंत्र।
बीटीपीएस ंकएंक बॉयलर ईंधन फर्नेंस में अनटैप्ड निम्न स्तर कोयला जलाने में प्रथम।
चंद्रपुरा ताविके में उच्च ताप प्राचलों का प्रयोग करते हुए भारत की प्रथम री-हिट इकाइयाँ।
मेजिया इकाई जीरो कोल रिजेक्ट हेतु सेवा में ट्यूब मिलों सहित पूर्वी भारत में अपने प्रकार की प्रथम।

दामोदर घाटी परियोजना - Damodar Ghati Pariyojana
                                                                                
नदी घाटी परियोजना · दामोदर घाटी परियोजना · व्यास परियोजना · नागार्जुन सागर परियोजना · मयूराक्षी परियोजना · माही परियोजना · परम्बिकुलम अलियार परियोजना · गण्डक परियोजना · कोसी परियोजना · थीन बाँध परियोजना · नर्मदा घाटी परियोजना · इंदिरा सागर परियोजना · हीराकुंड परियोजना · ओंकारेश्वर परियोजना · रिहन्द परियोजना · चम्बल परियोजना · तुंगभद्रा परियोजना · भाखड़ा नांगल परियोजना · सरदार सरोवर परियोजना · माताटीला परियोजना · टिहरी बाँध परियोजना · फरक्का परियोजना · सलाल परियोजना · कामेरा जलविद्युत परियोजना · चूखा परियोजना · कलपोंग जलविद्युत परियोजना · जायकवाड़ी परियोजना · धौली गंगा परियोजना · डुलहस्ती जलविद्युत परियोजना · कोयल-कारो परियोजना · बगलिहार परियोजना · रोंग-तोंग परियोजना · पार्वती घाटी परियोजना · कोलडैम परियोजना · नाथपा झाकड़ी जलविद्युत परियोजना · पारापलर सिंचाई परियोजना · उर्मिल सिंचाई परियोजना · संजय विद्युत परियोजना · गोकुल बैराज परियोजना · संकोष परियोजना · सियालकोट जलविद्युत परियोजना · शरावती जलविद्युत परियोजना · राजस्थान की सिंचाई परियोजनाएँ · उकाई परियोजना · कोयना परियोजना · श्रीशीलम परियोजना · सुवर्ण रेखा बहुउद्देशीय परियोजना · बास्पा परियोजना · विष्णुप्रयाग परियोजना · तवा परियोजना · गम्भीरी परियोजना · मानसी वाकल परियोजना · ओराई सिंचाई परियोजना · सागरमाला परियोजना · अटल भूजल योजना

 Start The Quiz
                           

Note:- sscwill.in वेबसाइट में उपयोग किए गए मैप वास्तविक मैप से अलग हो सकते हैं। मैप्स को विद्यार्थियों की सुविधा के लिए सरल बनाया गया है।
स्टीक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट का उपयोग करें.....🙏🙏🙏 
sscwill.in वेबसाइट पर उपलब्ध मैप का उपयोग बिना छेड़छाड़(edit) किए, किया जा सकता है। मैप्स का उपयोग करने के लिए किसी प्रकार की अनुमति/permission की जरूरत नहीं है।

Post a Comment

0 Comments