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विश्व के प्रमुख पठार - Vishav Ke Pathar
पठार
धरातल का विशिष्ट स्थल रूप जो अपने आस-पास की जमीन से पर्याप्त ऊँचा है और जिसका ऊपरी भाग चौड़ा और सपाट होता है, पठार कहलाता है।
भूमि पर मिलने वाले द्वितीय श्रेणी के स्थल रुपों में पठार अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं और सम्पूर्ण धरातल के 26% भाग पर इनका विस्तार पाया जाता हैं। सागर तल से इनकी ऊचाई 600 मीटर तक होती हैं
पठारों की उत्पति के कारण -
1.भू-गर्भिक हलचलें, जिनके कारण कोई समतल भू-भाग अपने समीप वाले धरातल से ऊपर उठ जाता हैं।
2.एसी हलचलें जिनके कारण समीपवर्ती भू-भाग नीचे बैठ जाते हैं तथा कई समतल भाग ऊपर रह जाता हैं।
3.ज्वालामुखी-क्रिया के समय निकले लावा के जमाव से समतल तथा अपेक्षाक्रत उठे हुए भाग का निर्माण होता हैं।
4.पर्वतों के निर्माण के समय किसी समीपवर्ती भाग के अधिक ऊपर न उठ पाने के कारण भी पठार का निर्माण होता हैं।
पठारों का वर्गीकरण -
अन्तर्जात बलों से उत्पन्न पठार -
- अन्तरापर्वतीय पठार - एसे पठारों का निर्माण भूगर्भ की आन्तरिक शक्तियों के परिणामस्वरुप उच्च पर्वत श्रेणियों के निर्माण के साथ ही पूरा होता हैं तथा ये चारों ओर से पर्वतों से घिरे होते हैं।
- पर्वतपादीय पठार - पर्वतों के सहारे विस्तृत पठारों को पर्वत पदीय पठार कहते है। उदाहरण के लिए उत्तरी अमेरिका महाद्वीप के अलपेशियांन श्रेणी के पूर्वी ढाल के सहारे विस्तृत 'पिडमांट' पठार एवं अर्जेंटीना का पेटागोनिया पठार
- तटीय पठार - ये सागर तटीय क्षेत्रों पर स्थित पठार होते हैं। भारत के पश्चिमी और पूर्वी तटों पर भी एसे पठार देखे जा सकते हैं। इसका प्रमुख उदाहरण तमिलनाडु राज्य में स्थित 'कोरोमंडल'पठार है।इसका निर्माण नदियों के अवसादन क्रिया के निम्मजन तथा उन्मज्जन क्रिया के परिणामस्वरूप हुआ है।
- गुम्बदाकार पठार - पृथ्वी की आन्तरिक हलचलों के कारण जब किसी भाग में गुम्बद के आकार का उभार हो जाता हैं। इन्हे गुम्बदाकार पठार कहतें हैं।
- महाद्वीपीय पठार - जब पृथ्वी के भीतर जमा लैकोलिथ भू-पृष्ठ के अपरदन के कारण सतह पर उभर आते हैं। तब महाद्वीपीय पठार बनते हैं।
बहिर्जात बलों से उत्पन्न पठार -
- जलीय पठार
- वायव्य पठार
- हिमानी पठार
- उस्यन्त पठार
जलवायु के आधार पर पठार -
- शुष्क पठार
- आर्द्र पठार
- हिम पठार
विश्व के प्रमुख पठार -
- ग्रीनलैंड का पठार - अंध महासागर से उत्तरी भाग में लगभग 21,75,600 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में बर्फ से ढका विशाल पठार है इसे ग्रीनलैंड का पठार कहा जाता है।
- कोलंबिया का पठार - संयुक्त राज्य अमेरिका के ऑर्गन वाशिंगटन और इडाहो राज्यों के मध्य 4,62,500 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विस्तृत रूप में फैला है।
- मेक्सिको का पठार - यह पठार पश्चिम सियारामार्दे और पूर्वी सियारामार्दे पर्वत श्रेणियों के मध्य स्थित है.
- तिब्बत का पठार - यह हिमालय के उत्तर और क्यूनलुन पर्वत के दक्षिण में 4000 से 5000 मीटर तक की ऊंचाई पर स्थित है।
- मंगोलिया का पठार - यह चीन के उत्तरी मध्य भाग में मंगोलिया किन राज्य में स्थित है।
- ब्राजील का पठार - दक्षिण अमेरिका के मध्य पूर्वी भाग में यह पठार त्रिभुजाकार रूप में स्थित है।
- बोलीविया का पठार - यह पठार 800 किलोमीटर लंबा और 128 किलोमीटर चौड़ा तथा इसकी औसत ऊंचाई 3110 मीटर है। यह बोलीविया के एंडीज पर्वतमाला क्षेत्र में विस्तृत रूप में फैला है।
- अलास्का का पठार - इसका निर्माण यूकन और उसकी सहायक नदियों द्वारा हुआ है अतः इसे यूकन का पठार भी कहते हैं। कनाडा की ओर इसकी ऊंचाई लगभग 900 मीटर है
- ग्रेट बेसिन का पठार - यह कोलंबिया पठार के दक्षिण में कोलोरेडो और कोलंबिया नदियों के मध्य 5,25,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विस्तृत है
- कोलोरेडो का पठार - यह ग्रेट बेसिन के दक्षिण में स्थित है तथा इसका विस्तार यूटाह और एरीजोना राज्यों में पाया जाता है।
- दक्कन का पठार - यह पठार दक्षिणी भारत में स्थित है इसे तीन ओर से पर्वत - श्रेणियों ने घेर रखा है। इसके पूर्व में पूर्वी घाट, पश्चिम में पश्चिमी घाट और उत्तर में विद्यांचल एवं सतपुड़ा की श्रेणियां है।
- ईरान का पठार - इसे एशिया माइनर का पठार या ईरान का मध्यवर्ती पठार भी कहा जाता है। इसकी औसत ऊंचाई 900 से 1500 मीटर के मध्य है।
- अरब का पठार - यह दक्षिणी पश्चिमी एशिया में स्थित है इसके पूर्व में फारस की खाड़ी, पश्चिम में लाल सागर, उत्तर-पश्चिम में भूमध्य सागर और दक्षिण में अरब सागर स्थित है।
- आनातोलिया का पठार - यह टर्की के एंटीक एवं टारस श्रेणियों के मध्य स्थित है।
- अबीसीनिया का पठार - यह पठार पूर्वी अफ़्रीका के इथोपिया तथा सोमालिया के क्षेत्र में विस्तृत रूप में फैला है।
- मेडागास्कर का पठार - मेडागास्कर द्वीप अफ्रीका के दक्षिण पूर्व हिंद महासागर में स्थित है इस द्वीप के मध्यवर्ती भाग पठारी है जिसे मेडागास्कर या मलागासी का पठार कहा जाता है।
- ऑस्ट्रेलिया का पठार - ऑस्ट्रेलिया के पश्चिमी भाग में ऑस्ट्रेलिया का पठार स्थित है इसकी सामान्य ऊंचाई 180 से 600 मीटर के मध्य है। इस पठार का दक्षिणी भाग मरुस्थलीय है।
- चियापास का पठार - यह दक्षिणी मैक्सिको में प्रशांत महासागर के तट पर स्थित है। इसके उतर में तबास्को, दक्षिण-पश्चिम में तेहुआ-नटेपेक की खाड़ी, पूर्व में ग्वाटेमाला और पश्चिम में ऑक्सका और बेराक्रुज़ स्थित है।
- मेसेटा का पठार - स्पेन के आइबेरियन प्रायद्वीप पर मेसेटा का पठार स्थित है। इस पठार की औसत ऊंचाई 610 मीटर है।
- इंडो चीन का पठार - यह दक्षिणी एशिया के पूर्वी प्रायद्वीप पर स्थित है। इस भाग पर साल्वीन, सिकोंग, मीकोंग, ।
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